प्रश्न :भविष्य के लिए हमें वास्तविक और आभासी दोनों ही क्लासरूम पर आधारित शिक्षा प्रणाली विकसित करनी होगी। वर्तमान परिदृश्य के सन्दर्भ में ऑनलाइन शिक्षा के लाभों के साथ -साथ उसकी सीमाओं पर चर्चा कीजिये।
उत्तर :ऑनलाइन शिक्षा ,टेली -एजुकेशन एकदम नयी संकल्पना नहीं है ,वास्तविक क्लासरूम शिक्षा के साथ -साथ पहुंच में वृद्धि के लिए पूरक के रूप में ऑनलाइन शिक्षा पहले से ही विध्यमान थी। महामारी के कारण शैक्षणिक संस्थान विद्यार्थियों के लिए बंद है ,अतः ऑफलाइन शिक्षा का स्थान ऑनलाइन शिक्षा ने ले लिया है।
ऑनलाइन शिक्षा के लाभ
१. पहुंच में वृद्धि :एक इंटरनेट कनेक्शन और मोबाइल उपकरण की मदद से आप विश्व भर की जानकारियां ,सीखने की सामग्री प्राप्त कर सकते हैं।
२.विविधता : आप विविध क्षेत्रों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। विविध क्षेत्रों का प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं।
३. घर पर रहकर सीखना : घर के सुरक्षित और आरामदेह वातावरण में सीखने का एक अवसर उन बच्चों के लिए नए मार्ग खोजता है जो कई पारिवारिक कारणों से स्कूल और कॉलेज नहीं जा पाते।
ऑनलाइन शिक्षा की सीमाएं :
१. तकनिकी की अनुपलब्धता : इंटरनेट कनेक्शन का उपलब्ध न होना या सही तरीके से कार्य न करना कई बार सीखने की प्रक्रिया में बड़ी बाधा बनता है।
२. घर पर पढ़ाई के लिए स्थान उपलब्ध न होना : घर पर क्लासरूम जैसा वातावरण कई बार उपलब्ध नहीं होता है।
३.स्क्रीन पर बहुत समय व्यतीत करने से स्वास्थय पर दुष्प्रभाव।
४. शिक्षा का उद्देश्य सिखाने के साथ -साथ लोगों के साथ संवाद स्थापित करना ,समूह में रहना आदि कौशल विकसित करना भी है। ऑनलाइन शिक्षा सॉफ्ट स्किल्स और सोशल स्किल्स को विकसित नहीं कर पाती है।
अतः महामारी को ध्यान में रखते हुए हमें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही शिक्षा प्रणालियों को मिलाते हुए शिक्षा का मॉडल विकसित करना होगा।
उत्तर :ऑनलाइन शिक्षा ,टेली -एजुकेशन एकदम नयी संकल्पना नहीं है ,वास्तविक क्लासरूम शिक्षा के साथ -साथ पहुंच में वृद्धि के लिए पूरक के रूप में ऑनलाइन शिक्षा पहले से ही विध्यमान थी। महामारी के कारण शैक्षणिक संस्थान विद्यार्थियों के लिए बंद है ,अतः ऑफलाइन शिक्षा का स्थान ऑनलाइन शिक्षा ने ले लिया है।
ऑनलाइन शिक्षा के लाभ
१. पहुंच में वृद्धि :एक इंटरनेट कनेक्शन और मोबाइल उपकरण की मदद से आप विश्व भर की जानकारियां ,सीखने की सामग्री प्राप्त कर सकते हैं।
२.विविधता : आप विविध क्षेत्रों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। विविध क्षेत्रों का प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं।
३. घर पर रहकर सीखना : घर के सुरक्षित और आरामदेह वातावरण में सीखने का एक अवसर उन बच्चों के लिए नए मार्ग खोजता है जो कई पारिवारिक कारणों से स्कूल और कॉलेज नहीं जा पाते।
ऑनलाइन शिक्षा की सीमाएं :
१. तकनिकी की अनुपलब्धता : इंटरनेट कनेक्शन का उपलब्ध न होना या सही तरीके से कार्य न करना कई बार सीखने की प्रक्रिया में बड़ी बाधा बनता है।
२. घर पर पढ़ाई के लिए स्थान उपलब्ध न होना : घर पर क्लासरूम जैसा वातावरण कई बार उपलब्ध नहीं होता है।
३.स्क्रीन पर बहुत समय व्यतीत करने से स्वास्थय पर दुष्प्रभाव।
४. शिक्षा का उद्देश्य सिखाने के साथ -साथ लोगों के साथ संवाद स्थापित करना ,समूह में रहना आदि कौशल विकसित करना भी है। ऑनलाइन शिक्षा सॉफ्ट स्किल्स और सोशल स्किल्स को विकसित नहीं कर पाती है।
अतः महामारी को ध्यान में रखते हुए हमें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही शिक्षा प्रणालियों को मिलाते हुए शिक्षा का मॉडल विकसित करना होगा।
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